मित्रो नमस्कार !
आजकल यह वाक्य "मैं भी चौकीदार" बहुत सुनने में आ रहा है. तो इस बार इन्हीं शब्दों पर आधारित आपकी रचना निम्नलिखित शर्तों के साथ इस प्रतियोगिता में शामिल कीजिये.
नियम :
१. इस चित्र पर उभरे हुए आपके भाव ( व्यंग्य } जिसे शीर्षक व् एक टिप्पणी [ आपके शब्दों का कारण व् सृजन के पीछे की सोच ] के साथ लिखना है.
२. किसी भी काव्य विधा में कम से कम १०- १२ और अधिकतम २४ पंक्तियों में आपको अपने भावों को रखना है. अगर आप किसी नई विधा में लिख रहे हैं तो अवश्य उसका जिक्र करे.
३. कृपया किसी भी सदस्य की रचना पर टिप्पणी रूप में अपनी टिप्पणी न लिखे. यदि आप पोस्ट के संबंध में कोई बात पूछना चाहते है तो अवश्य पूछे लेकिन समाधान के बाद टिप्पणी को हटा लिया जायेगा.
४. निर्णायक मंडल के सदस्य केवल प्रोत्साहन रूप में लिख सकते है.
५. आप अपनी रचना को परिणाम घोषित होने व ब्लॉग में पोस्ट होने के बाद ही आप अन्य स्थानों पर पोस्ट कर सकते है.
६. रचना पोस्ट करने की अंतिम तारीख २२ अप्रैल २०१९ है.
७. शुभकामनाएं !!!!!
इस प्रतियोगिता की विजेता हैं सुश्री ब्रहमाणी वीणा
ब्रह्माणी वीणा हिन्दी साहित्यकार
विधा -#दोहा-के माध्यम से चित्र अभिव्यक्ति
दोहा छंद में चार चरण होते हैं प्रथम व तृतीय चरण में 13 मात्रा होती है व दूसरे व
चौथे चरण में 11 मात्रा व सम तुकांत होता है अंत 21 अर्थात गुरू व लघु आवश्यक है,धन्यवाद,,,,,
मै भी चौकीदार हूँ
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"मैं भी चौकीदार हूँ ,,मोदी की आवाज !
पहरेदारी देश की,,,,सैनिक हूँ जाबाज !!
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चौकीदारी सरल ना,बहुत कठिन ये काम!
अडिग लक्ष्य के संग ही,करै कर्म निष्काम!
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देश भक्त होता वही,,सच्चा कर्मठ व्यक्ति!
डटा रहै निज धर्म पर,सैनिक जैसी शक्ति!!
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प्रधानमंत्री हो वही,,,,,देश भक्त रखवार!
चोरों को पकड़े वही,खुद जो इमानदार !!
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आज जरूरत देश में,मोदी की सरकार!
जीत नहीं तो समझ लो,,होगा बंटाधार!!
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टिप्पणी : मैं भी चौकीदार हूँ " का बहुत सारगर्भित अर्थ है,,तात्पर्य ये है देश के कर्णधार को सदा निस्वार्थ भाव से चौकीदार की भाँति ही कर्तव्य का निर्वहन करना चाहिए,,,तभी देश में घोटाला,व आतंकवाद का खात्मा हो सकेगा,,,ये सुन्दर भावना हर देशवासियों के मन में होनी चाहिए,,,धन्यवाद
प्रतिबिम्ब बड़थ्वाल
मै भी हूँ चौकीदार
(प्रोत्साहन हेतु)
नया - नया जोश उभर कर आया
जब पप्पू कांग्रेस अध्यक्ष बन गया
खो होश जो मुंह में आया बोल दिया
तब पप्पू यहाँ हंसी का पात्र बन गया
कांग्रेस की अब केवल ये मजबूरी रही
पप्पू जो कह दे लागे उनको वही सही
राफेल में मिला न कोई खाता न बही
पप्पू का झूठ लागे कांग्रेसियों को सही
प्रधानसेवक बनकर मोदी करते हैं काम
पप्पू पिंकी रटते केवल नेहरु गाँधी नाम
आतंकियों को जी साब कह पुकारते नाम
देश को और हमे विदेश में करते बदनाम
मोदी कर रहा आज कूटनीति से व्यापार
देशहित में बन गया राष्ट्र का चौकीदार
काँप उठे दुश्मन सुन मोदी की ललकार
डरा विपक्ष सोच बनेगी फिर मोदी सरकार
हो गए देश के सारे ठग गठबंधन को तैयार
डर कर कांग्रेसी पप्पू बोल उठा चोर है चौकीदार
देख मोदी की भक्ति और काम का चमत्कार
पूरा देश बोल उठा हाँ "मैं भी हूँ चौकीदार"
टिप्पणी: मोदी जी के कार्य को और शब्दों को देखकर विपक्ष की नींद हराम हुई है इसलिए सब का ध्येय मोदी को हटाना है , देश की चिंता नहीं विपक्ष को. इसलिए बिना सोचे समझे कांग्रेस के अध्यक्ष ने देश के चौकीदार को चोर कहने की हिमाकत की पर देश के हर नागरिक ने उन्हें जबाब दिया है की "मैं भी चौकीदार" मैं भी इस व्यक्तव्य में देश के साथ हूँ.
नैनी ग्रोवर
मैं भी चौकीदार हूँ
कभी कलम कभी तलवार हूँ
नए भारत की नई रफ़्तार हूँ,
कभी कलम कभी तलवार हूँ,
हाँ मैं भी चौकीदार हूँ...
आवाज़ हूँ, मैं भी किसानों की,
बहन हूँ भारत के वीर जवानों की,
दुआएँ दिन-रात करूँ जोड़ कर हाथ,
हर अध्धाय में भागीदार हूँ,
हाँ मैं भी चौकीदार हूँ...
घर हो या बाहर सम्भाल सकती हूँ,
मिला कंधे से कंधा चल सकती हूँ,
हर गाँव शहर की नींव हूँ मैं,
और देश की पहरेदार हूँ,
हाँ मैं भी चौकीदार हूँ...!
टिप्पणी: ये कतई आवश्यक नहीं के हम बहुत बड़े बड़े काम कर के ही देश की मदद कर सकते हैं, हम जहां हैं जिस हाल में हैं वहीं रहकर भी हम देश सेवा कर सकते हैं, अपने आसपास साफ सफाई अभियान चलाएं, किसी भी ऐसे व्यक्ति से सजग रहें जिस पर शक हो, कानून की मदद करें, बच्चों को सही शिक्षा दें ।
मीता चक्रवर्ती
मै भी चौकीदार
मै गृहिणी, मै ही अध्यापिका
मै बाई , मै ही मल्लिका
रसोइया भी मै, मै ही आया
मै मालन , मै उपचारिका
अलग अलग किरदारों को निभाती
मै घर का आधार हूँ
हाँ मै भी चौकीदार हूँ ।
मै घर का चौखट , और
द्वार पर लगा तोरण भी मै
सत् गुण धर्म का सत्कार मै
मै हर बुराई का प्रतिकार भी हूँ
अन्याय के खिलाफ मै हुंकार हूँ
जीवन नैया का मै ही पतवार हूँ
हाँ मै भी चौकीदार हूँ ।।
टिप्पणी : जैसा कि हम सभी जानते हैं , देश समाज से और समाज परिवार से बनता है; और उस परिवार को बनाने की , संजोने की , संभालने की जिम्मेदारी हम गृहिणियों की होती है, हम भी अपने परिवार के चौकीदार होते हैं ।
किरण श्रीवास्तव
मैं भी चौकीदार
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जल -नभ- थल को लूट लिया,
कैसा -कैसा काम किया,
इल्जामों को भी मात दिया,
क्यों ,अच्छे दिन नजर ना आये...,
पप्पू पिंकी स्वांग रचाये,
मंदिर मंदिर दौड़ लगाये,
माला -जनेऊ भी घबराये,
वंशवाद अब नहीं सुहाये,
नमो- नमो ही मन को भाये....!!
कार्य- प्रणाली देश हित में
जिसका कोई जोड़ नहीं,
कुटनीति और राजनीति
जिसका कोई तोड़ नहीं,
देश-विदेश में भी तूने
अपना परचम लहराया,
विरोधियों के जेहन में
चिंता और दहशत गहराया,
घर-घर का विश्वास है मोदी
जन-जन का आधार है मोदी...!!
विरोधियों में है उथल पुथल
मोदी का कोई नहीं विकल्प,
फिर वापस मोदी ही आये
मन में आज यही संकल्प...
"मन की बात" सभी को भाये
सेना भी तुझसे हर्षाये
ऐसा नेता मिला देश को!
जिसकी मैं शुक्रगुजार हूँ,
हाँ! मैं भी चौकीदार हूँ........!!!!!!
टिप्पणी: मोदी जी के व्यक्तित्व और कुशल नेतृत्व के सभी कायल हैं। पैनी नजर वाला चौकीदार चौकन्ना है।चोरी सम्भव नहीं है, इसीलिए चोरों का लक्ष्य है चौकीदार को हटाना...!!! हमें सच्चाई का साथ साथ देना है.और......।
अलका गुप्ता 'भारती'
मैं भी चौकीदार
ओहदा निम्न..दिया तिरस्कार ।
दहाड़ पड़ा मोदी फिर इस बार ।
हाँ मैं हूँ देश का चौकीदार ।
सजग सुदृढ़ कर्मठ अपार ।
सच्चा है नेतृत्व मेरा किरदार ।
जिस पर है हम को भी ऐतबार ॥
हितैषी वह देश का दमदार ।
जागरुक खिवैया लिए पतवार ।
होगा अवश्य अब देश का उद्धार ।
बढ़ाकर मान भारत का अपरम्पार ।
सम्पूर्ण विश्व में वह हैं स्वीकार ॥
अरे ! खंगालो वर्षों के इतिहास ।
गड़बड़ घोटालों के दंश फाँस ।
भोली जनता के छले गए आस ।
जाति धर्म के गंदे से खिलवाड़ ॥
हाँ अब जागा है मन में विश्वास ।
सही हाथ है बाग़ डोर की रास ॥
हाँ मोदी है हम भी साथ उसके तैयार ।
सजग प्रहरी वह हम चौकीदार ॥
टिप्पणी: जो महसूस करती हूँ उस पर ही आज कलम चला दी । राजनीति के क्षेत्र में कलम की पकड़ बहुत कमजोर महसूस करती हूँ । देश का एक आम और साधारण सा इंसान मोदी के बारे में और देश के सामायिक विषयों पर जितना बोल सकता है उतना ही प्रयास कर पाई हूँ .. सादर वन्दे !
कुसुम शर्मा
नए भारत का नया आधार
नये भारत का नया आधार हूँ
हाँ मै भी चौकिदार हूँ
कब तक लूटोगे जनता को
कब तक भावनाओं से खेलोगे
हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई
कहके कब तक तोड़ोगे
बहुत हो गये खेल तुम्हारे
हाँ मै भारत कि अब आवाज़ हूँ
हाँ मै भी चौकिदार हूँ
देशद्रोह के नारे लगा कर
देश प्रेमी बन जाते हो !
देश पर हमले करने वालों को
अपना मित्र बताते हो !
देश की उन्नति पर
खुद रोड़े अटकाते हो
जनता को झूठे
आश्वासन से
अपना उल्लू बनाते हो
तुम जैसो के लिए मै ललकार हूँ
हाँ मै भी चौकिदार हूँ
अब जाग गई है जनता सारी
देख के ऐसे चौकिदार को
काँप गया दुश्मन भी उसका
सुनकर उसके नाम को
अडग रहा वो बन कर हिमगिरी
झेलने ग़द्दारों के प्रहार को
फिर बोल उठा हर स्वर जनता का
कि वो सच्चा चौकिदार है
देश सुरक्षा और विकास का
वही सच्चा हक़दार है
ऐसे चौकिदार के अंदोलन मे हर कोई चौकिदार है
देश का जब सवाल है तो इससे किसको इनकार है
जनता की अब मै आवाज़ हूँ
हाँ मै भी चौकिदार हूँ !!
टिप्पणी : विपक्ष चाहे जनता को कितना भी उल्लू बनाने कि कोशिश क्यो न करे पर अब जनता उनके पाखण्डों को जान गई है विपक्ष देश के प्रधान को चौकिदार कह कर सम्बोधन कर रही है तो सारी जनता देश के प्रधान के साथ खड़ी है उनका मुँह तोड जवाब खुद को चौकिदार बता, कर रही है!
माधुरी रावत
मैं भी चौकीदार
आँखों में भर ख्वाब सुनहरे
चुनी थी ये सरकार
पांच साल से मन की बात
बस कर रहे बारम्बार
रोजी-रोटी के लिए
क्यों दर-दर ठोकर खाय
डिग्री कोई सी भी लो
बस पकोड़ों का व्यापार
जुमलेबाजी के बनें
नित-नित नए रिकार्ड
बदजुबानी का स्तर
हर हद कर रहा पार
पढ़ लिख कर बेटा बने
माँ-बाप की आस
कालेज होता है चाक
जब घूमे बेरोजगार
भेदभाव क्यों बढ़ गया
लोप हुआ कहाँ प्यार
जहाँ वर्षों से मिनी को
था काबुलीवाले का इंतज़ार
ठोस काम की आपसे
थी उम्मीदें बेशुमार
लेकिन आप तो कह रहे
मैं भी चौकीदार
टिप्पणी : बहुत उम्मीदें थी पर बातों में ही गुज़र रही है
प्रभा मित्तल
मैं हूँ चौकीदार
साम दाम दण्ड भेद तो
राजनीति के मोहरे हैं
दल - बदलू नेताओं के
वाक् - वचन भी दोहरे हैं।
मैं भी चौकीदार हूँ
जन-मन तक पहुँचा नारा
सही चयन हो शक्ति का
चुनना है अधिकार हमारा।
छल-बल से जो रहे दूर
देश-दुनिया के प्रिय बने।
सुदृढ़ करे जो कल हमारा,
देश में एक वही है शूर।
नमो नमो से वर्तमान
नमो में ही भविष्य मान।
मैं भी चुनने को तैयार....
वो आए व्यक्तित्व महान।
टिप्पणी: मैं राजनीति से बहुत परे हूँ...लेकिन देश सुरक्षित हाथों में रहे ..इसका प्रयास हम सबको करना है..शुभकामनाएँ।
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